फोन की बैटरी के बारे में बोले जाते हैं 5 झूठ, दुनिया मानती है सच, जानिए वास्तविकता तथा सच्चाई क्या
है?
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wikigreen.in में. हमारा आज का विषय है स्मार्टफोन की बैटरी, विशेष कर कुछ लोगों द्वारा
बिना किसी तकनीकी ज्ञान के स्मार्टफोन की बैटरी के बारे में झूठ फैला कर लोगों को भ्रमित
या मिसगाइड किया जाना. इस विषय में 5 तरह की अफवाहें हमारे सामने आई है और सभी पांचों
का हमने उत्तर दिया है
आज हर आदमी के पास स्मार्टफोन है और स्मार्टफोन पर उचित दर पर इंटरनेट उपलब्ध है लेकिन जो सबसे बड़ी दिक्कत है वो है स्मार्टफोन की बैटरी। अगर आप इंटरनेट चलाते हैं तो स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है। यानि स्मार्टफोन के लिए बैटरी सबसे जरूरी चीज है जिसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
विस्तार
से जानने के लिए यह वीडियो देखें। Watch this small video to learn the step by step process
एक बड़ी समस्या यह है कि हर कोई मोबाइल फोन की बैटरी का विशेषज्ञ बन गया है तथा
कई तरह के मिथ फैला रखे हैं। आईये जानते हैं लोगों द्वारा फैलाये गए 5 झूठ और उनकी वास्तविक सच्चाई –
(1) पहला बड़ा
झूठ अगर आप स्मार्टफोन को बार-बार स्विच ऑफ करेंगे तो स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी खराब हो जाएगी।
क्या है वास्तविक सच्चाई
ऐसा नहीं होता है यह बिलकुल झूठ है बल्कि जब भी आवश्यक हो फोन को स्विच ऑफ करें। विशेषज्ञों कि राय है कि फोन को दिन में एक बार जरूर रीस्टार्ट करना चाहिए। वैसे भी बैटरी की यह सामान्य प्रकृति है कि अगर आप फोन को स्विच ऑफ कर देंगे तो एक तय समय में उसकी बैटरी अपने आप डिस्चार्ज हो जाती है।
(2) दूसरा बड़ा झूठ ज्यादा चार्ज करने से स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी खराब हो जाती।
क्या है वास्तविक सच्चाई
अक्सर ऐसा कहा जाता है कि बैटरी को ज्यादा चार्ज करने से वह जल्दी खराब हो जाती है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है क्यों कि आजकल आपका स्मार्टफोन आपसे ज्यादा स्मार्ट है और स्मार्टफोन की बैटरी फुल चार्ज होने पर उसे चार्जर से अपने आप डिसकनेक्ट कर देता है यानि चार्जर लगा रहता है परन्तु बैटरी करंट नहीं लेती। ऐसे में यह एकदम झूठ है कि ज्यादा चार्ज करने से बैटरी खराब होती है क्योंकि बैटरी ज्यादा चार्ज होने का कोई सवाल
ही नहीं उठता है। इस तथ्य की तो आप स्वयं कभी भी जांच कर सकते हैं जब बैटरी
हंड्रेड परसेंट चार्ज दिखाने लग जाती है उस समय चार्जिंग इंडिकेटर ऑफ दिखाता है यानी
स्रोत से कट गया है
(3) तीसरा बड़ा झूठ स्मार्टफोन की बैटरी पूरी तरह डिस्चार्ज होने के बाद ही रीचार्ज करें।
क्या है वास्तविक सच्चाई
यह बिलकुल ही गलत धारणा है और स्मार्टफोन की बैटरी को चार्ज करने के लिए उसके जीरो पर्सेंट होने का इंतजार कभी न करें। बैटरी का चार्ज लेवल कम होने पर आपका स्मार्टफोन लो बैटरी वार्निंग देता है तथा आप हमेशा ध्यान रखें कि आपका स्मार्टफोन लो बैटरी वॉर्निंग दे उससे पहले चार्ज करें।
(4) चौथा बड़ा झूठ अगर आपका फोन नया है तो बैटरी चार्ज करते समय फोन को स्विच ऑफ करदें।
क्या है वास्तविक सच्चाई
इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है तथा ऐसा करने की कतई जरूरत नहीं है इससे कोई फायदा नहीं होता। बल्कि फोन में बैटरी का चार्ज लेवल जितना आता है आप उसे यूज करके उसके खत्म होने पर या उससे पहले ही जब चाहें चार्ज करें और आपको फोन स्विच ऑफ करने की कतई जरूरत नहीं है।
(5) पांचवां बड़ा झूठ बार-बार चार्ज करने से स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी खराब होती है।
क्या है वास्तविक सच्चाई
अधिक इंटरनेट यूज, बहुत सारे फीचर्स और स्मार्टफोन का कम बैटरी बैकअप व अन्य कई कारणों से स्मार्टफोन की बैटरी कम समय में डिस्चार्ज हो सकती है। ऐसे में यूजर को बार-बार बैटरी रे रीचार्ज तो करनी ही पड़ती है। रिचार्ज और डिस्चार्ज बैटरी की सामान्य प्रक्रिया है तथा इससे बैटरी पर कोई असर नहीं पड़ता।
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